मातृदिवस
माँ ने,
मुझे सभी विषयों से बोध कराया।
हिंदी, भूगोल, विज्ञान, इतिहास सब सीख चुका था मैं।
मैं नहीं सीख पाया गणित
और माँ के बनाये पाँच रोटी को दो लोगों में बाँटना,
और खुद के हिस्से में शून्य रोटी लेना।
मैं माँ की बनाई रोटी का हिसाब नहीं सीख पाया।